कहानी से
मंजरी को कनक क्यों नहीं भाती थी?
कनक और हर्ष बचपन के दोस्त हैं। कनक लहरों का सामना ठीक उसी तरह से करती है जिस तरह से हर्ष करता है। हर्ष का कनक का हाथ पकड़कर लहरों पर तैरना मंजरी को बिल्कुल पसंद नहीं आता। मंजरी कनक की तरह बेखौफ नहीं है। उसे लहरों पर तैरना भी नहीं आता। इसी वजह से उसे कनक और हर्ष की दोस्ती पसंद नहीं है क्योंकि वह कनक की तुलना में अपने आपको कमजोर समझती है।